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इंटरनेट क्या है ? What is Internet Hindi?

अब आप ये सोचोगे यार इंटरनेट तो हम रोज इस्तेमाल करते है और हमे तो इसके बारे में पता है, लेकिन शायद आपको इंटरनेट के बारे में ऐसे कुछ रोचक बाते पता नहीं होगी जो इस ब्लॉग में मैंने बताई है |

आज इंटरनेट के बिना बहोत सारी चीजे मुंकिन ही नहीं ये आप सभी को पता है, बस ये इंटरनेट आया कैसे? इसका जनक कोण है? और इसे इंटरनेट नाम ही क्यों दिया गया ? ऐसे सरे सवालोंके जवाब आपको इस ब्लॉग में मिलेंगे तो चलिए शुरू करते है

इंटरनेट क्या है ?

इंटरनेट को आसान शब्दों में बताऊ तो पुरे जहाँ में जितने भी कंप्यूटर है वो एक दूसरे से कनेक्टेड है और वो इक दूसरे से इनफार्मेशन का आदान प्रदान करते है उसे हम इंटरनेट कहते है, पुरे जहाँ में लगभग १९० देश है जिनके कम्प्यूटर्स इंटरनेट से कनेक्टेड है ..इसे हम network of network भी कहते है |

अब इंटरनेट आया कैसे ?

तो जैसे की आपको पता ही होगा की १९३९ से १९४५ तक दूसरा महायुध्द चल रहा था, इस दौरान अमेरिका का जितने भी लड़ाई में शामिल हुए SOLDIERS थे, या अलग अलग जगह पे होने वाले युद्द की जानकारी अमेरिका के डिफेन्स अकडेमी के पास नहीं मिल पा रही थी, तो फिर उनोने युद्द के बाद इसके ऊपर शोध चालू किया और १९६० से ७० के दशक में उनोने लगभग अमेरिका के ४ शारोंके के कंप्यूटर एक दूसरे से जोड़ दिए और उनमे जानकारी एक दूसरे में भेजना शुरू किया ..और फिर ऐसे ही चलकर इंटरनेट की खोज हुई

इंटरनेट की खोज किसने की? Who is the Founder of Internet?

अब देखा जाये तो इसका कोई मालिक नहीं है और नहीं ही फाउंडर है पर DARPA- The Defense Advanced Research Projects Agency (DARPA) is an agency of the United States इनोने कम्प्यूटर्स आपस में कनेक्ट करने का शोध लगाया |

नेटवर्क ऑफ़ नेटवर्क याने बहोत सारे नेटवर्क एक दूसरे से कनेक्टेड है उने आसान नाम इंटरनेट दिया गया है याने आन्तरजाल

अच्छा अब आपके मन में ये सवाल जरूर आया होगा

ये सारे जहाँ के कंप्यूटर कनेक्ट कैसे है ? 
ये कम्प्यूटर्स एक दूसरे से वायर और वायरलेस मध्यम से कनेक्टेड है, और मै आपको बताऊँ की दो देशोंके बिच तो ये वायर से ही कनेक्टेड है जैसे की आप निचे के इमेज में देख सकते है की समुद्र के अंदर से केबल से पुरे जहाँ में नेटवर्क का जाल बिछाया गया है और उन केबल्स को सबमरीन केबल कहा जाता है |

फिर ये इंटरनेट आप के घर तक पहोचता कैसे है ? 

ये सबमरीन केबल लगाने वाली कम्पनीज को TR १  कंपनी बोलते है जैसे की हमारे देश में रिलायंस जिओ है जीनोने अपनी सबमरीन केबल समुद्र में बिछाई है और फिर वो नेटवर्क अलग TR2 कम्पनीज को बेचते है और फिर वो ISP याने  INTERNET SERVICE PROVIDER को देते है और वो हमारे घर पे केबल लगवाते है तो ऐसे हमारे पास इंटरनेट पहोचता है |   https://www.youtube.com/embed/h7zA8qE7mAE

आशा है आपको इस ब्लॉग में इंटरनेट की जानकारी मिली होगी और ऐसे ही ब्लॉग पड़ने के लिए निचे दिए गए लिंक्स पे क्लिक करे |

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