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Fundamental of Accounting in Hindi | Accounting के basic को 5 मिनट मे समझे।

Fundamental of Accounting in Hindi

दोस्तों, क्या आपको Fundamental of accounting in Hindi (लेखांकन का मौलिक) की जानकारी है? अगर आपको लेखांकन के बारे में जानकारी नहीं है, तो आपके लिए यह blog बहुत ही जरुरी है। तो चलिए समझते है क्या होती है Fundamental of accounting in Hindi (लेखांकन का मौलिक)?

यदि आप Tally Prime को सीखना चाहते है तो आपको Fundamental of accounting (लेखांकन का मौलिक) जरूर पता होना चाहिए क्युकी टैली की बुनियाद लेखांकन (Accounting) पे ही बनी है।

इसीलिए टैली प्राइम को सीखने से पहले आपको लेखांकन (Accounting) का मूल ज्ञान (Basic Knowledge) होना चाहिए।

अगर आपको लेखांकन के बारे में जानकारी नहीं है, तो आपके लिए यह blog बहुत ही जरुरी है। तो चलिए समझते है क्या होती है Fundamental of accounting in Hindi (लेखांकन का मौलिक)?

fundamental of accounting

What is Fundamental Of Accounting in Hindi? (लेखांकन क्या है?)

लेखांकन (Accounting) को व्यवसाय की भाषा (Language of Business) भी कहते है। यह व्यापार में होनेवाले लेनदेन (Transaction) को दर्ज करना (Recording), उनका प्रतिवेदन करना (Reporting) और उसका विश्लेषण (Analyze) करने की प्रक्रिया है। कुछ दस्तावेजों (Reports) या वित्तीय विवरणों (Financial Statements) के माध्यम से आर्थिक (Economic) घटनाओं को वर्गीकृत करना (Classifying) और सारांशित (Summarizing) करना।

किसी भी अन्य भाषा की तरह, लेखांकन (Fundamental of Accounting in Hindi) की अपनी शर्तें और नियम (Rules and Regulation) हैं । लेखांकन जानकारी प्रदान करने के लिए कैसे व्याख्या और इसका उपयोग करना है?

यह समझने के लिए आपको सबसे पहले इस भाषा को समझना होगा। किसी भी व्यवसाय में सफलता के लिए लेखांकन की मूल अवधारणाओं (Basic Concept) को समझना आवश्यक है।

लेखांकन (Accounting in Hindi) का उद्देश्य व्यवसाय से सम्बंधित जानकारी प्रदान करना है, जो आपको सही वित्तीय निर्णय लेने में मदद करता है। लेखांकन का काम मुनाफे (Profit) को अधिकतम करने और लागत (Expenses) को कम रखने के साथ-साथ व्यवसाय चलाने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करना भी होता है।

लेखांकन सभी प्रकार के व्यवसायों में एक अहम भूमिका निभाता है। एक व्यक्ति का व्यवसाय (Small Business) हो या फिर बहुराष्ट्रीय निगम (Multinational Corporation) सभी एक ही बुनियादी लेखांकन सिद्धांतों (Accounting Principles) का उपयोग करते हैं। लेखांकन विधायी (Legislated) है; यह आपके करों (Tax) को प्रभावित करता है।

Bookkeeping (बहीखाता)

बहीखाता (Bookkeeping), लेखांकन (Accounting) प्रक्रिया का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। बहीखाता (Bookkeeping) को बनाने और उसकी देखभाल करनेवाले हो हम मुनीम (Bookkeeper) कहते है।

आपने पुरानी हिंदी फिल्मो में तो देखा ही होगा मुनीम साहब को, जिनके पास उनकी एक बुक होती थी। जिसमे वो पैसे के लेनदेन की जानकारी रखते थे और एक मुनीम बनने के लिए कोई प्रमाण पत्र आवश्यक नहीं होती है। आपको बस लेखांकन (Accounting) और बहीखाता (Bookkeeping) की जानकारी होनी चाहिए।

बहीखाता प्रक्रिया (Bookkeeping procedures) और बहीखाता पद्धति (Bookkeepers record) उन व्यापारिक लेनदेन को दर्ज करती है जो बाद में वित्तीय विवरण उत्पन्न करने के लिए उपयोग में लाये जाते हैं। समय के साथ साथ बहीखाता प्रक्रियाओं का विकास हुआ है और, कई मामलों में, यह कंप्यूटर कार्यक्रमों द्वारा नियंत्रित किया जाता है।

Accounting in Hindi (लेखांकन)

लेखांकन बहीखाता पद्धति के माध्यम से दर्ज किए गए लेनदेन के आधार पर वित्तीय विवरणों को तैयार करने और उनका विश्लेषण करने की प्रक्रिया है। लेखाकार (Accountant) आमतौर पर पेशेवर होते हैं।

जिन्होंने लेखांकन में कम से कम स्नातक की डिग्री (Bachelor Degree) पूरी कर ली है। लेखांकन (Accounting) का उपयोग व्यवसाय की जानकारी को संक्षेप में समझने या फिर व्यवसाय के भीतर महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए किया जाता है।

Why Accounting needed? (लेखांकन की जरुरत क्यों होती है) | Fundamental Of Accounting

जैसा की हम सभी को मालूम है हमारे दिमाग की इतनी छमता नहीं है कि हम एक व्यवसाय में होनेवाले सैकड़ो या हज़ारो लेन देन को याद रख सके। हम अक्सर छोटी छोटी चीज़े भूल जाते है। तो सोचिये यदि हम व्यवसाय से जुड़ी कोई जरुरी जानकारी भूल जाये, तो हमें व्यवसाय में कितना बड़ा नुक्सान हो सकता है। इसीलिए लेखांकन बहुत जरुरी है किसी भी व्यवसाय के लिए।

किसी भी व्यवसाय के लिए यह बहुत जरुरी है, वो हर कानून प्रकिया का या कानून द्वारा बनाये गए नियमो का पालन करते हुए व्यवसाय करे। यह इसलिए भी जरुरी है, यदि व्यवसाय में कोई अवैध या गैरकानूनी लेन देन होता है, तो व्यवसाय को उसका दंड या जुर्माना भी भुगतना पढ़ सकता है। एक व्यवसाय को समय समय पर सरकार द्वारा निर्धारित राशि (Amount) या मुनाफे (Profit) पे कर (Tax) का भुगतान करना जरुरी है। जो हम हमारे लेखांकन से पता कर सकते है।

किसी भी व्यवसाय की वर्तमान स्थिति को जानने के लिए हम उसके लेखांकन विवरण (Accounting Report) को देख कर समझ सकते है। जिसका विश्लेषण (Analysis) करके उसके भविष्य की स्थिति का पता लगाया जा सकता है और समय रहते कंपनी के विवरण (Report) और विश्लेषण (Analysis) को देखते हुई सही निर्णय (Decision) और क्रिया (Action) करके आनेवाले नुकसान को टाला जा सकता है।

Objective of accounting in Hindi (लेखांकन का उद्देश्य) | Fundamental Of Accounting

Structure of accounting in HIndi (लेखांकन की संरचना) | Fundamental Of Accounting

Transaction (लेन-देन)

लेन-देन(Transaction) एक व्यवसायिक घटना (Business event) है। जिसका वित्तीय वक्तव्यों (Financial statements) पर प्रभाव पड़ता है, और इसे लेखांकन में एक प्रविष्टि (Entry) के रूप में दर्ज किया जाता है। व्यापार में होने वाले लेन-देन (Transaction) नकद में (In Cash) या उधारी में (On Credit) या बिना नकद और उधारी के भी हो सकता है।

Journal Entry (जर्नल प्रविष्टि)

Journal Entry (जर्नल प्रविष्टि) व्यापार के आर्थिक या गैर-आर्थिक (economic or non-economic) किसी भी लेनदेन (Transaction) को दर्ज (Entry) रखने या बनाने का कार्य है। लेनदेन (Transaction) एक लेखा जर्नल (Journal Accounting) में सूचीबद्ध होते हैं जो एक कंपनी की डेबिट (Debit) और क्रेडिट (Credit), शेष राशि (Balance) को दर्शाते है।

Journal Entry (जर्नल प्रविष्टि) में कई एंट्री दर्ज हो सकती हैं, जिनमें से प्रत्येक या तो डेबिट (Debit) होता है या फिर क्रेडिट (Credit) होता है। Journal Entry (जर्नल प्रविष्टि) में कुल डेबिट (Debit) को कुल क्रेडिट (Credit) के बराबर होना चाहिए, नहीं तो Journal Entry (जर्नल प्रविष्टि) असंतुलित माना जाता है।

Ledger (लेजर प्रविष्टि)

यह एक लेखांकन पुस्तक है, जोकि एक तरह का बही खाता है।  यह कालानुक्रमिक अनुक्रम में सभी जर्नल प्रविष्टियों को व्यक्तिगत खातों (Individual accounts) में स्थानांतरित (transfer) करने की सुविधा प्रदान करती है। Journal एंट्री को Ledger एंट्री में दर्ज करने की प्रक्रिया को पोस्टिंग (Posting) कहते है।

Trial Balance (परीक्षण संतुलन)

Trial Balance एक बहीखाता वर्कशीट (worksheet) है जिसमें सभी लेजर (ledger) की राशि (balance) को डेबिट और क्रेडिट कॉलम (debit and credit column) के योग में बराबर संकलित करना होता है।

Trial Balance बनाने का सामान्य उद्देश्य यह जाँचना होता है कि किसी कंपनी की बहीखाता पद्धति में प्रविष्टियाँ (Entries) गणितीय रूप से सही हों।

Profit and Loss Statement (लाभ-हानि विवरण)

Profit and Loss Statement (लाभ-हानि विवरण) एक संगठन / व्यवसाय (Organization/ Business) के लाभ के प्रदर्शन के बारे में जानकारी प्रदान करता है।

लाभ और हानि का विवरण आय (Income) और व्यय (Expenses) के मुख्य रूपों का सारांश देता है। जो एक लेखा अवधि (Accounting Period) में हुआ है।

Balance Sheet (वित्तीय स्थिति विवरण)

Balance Sheet व्यवसाय का एक वित्तीय स्थिति विवरण है। जो व्यापार की संपत्ति (Assets), देनदारियों (Liabilities) और शेयरधारकों की इक्विटी (Shareholder’s Equity) का विवरण देता है। यह आपके व्यवसाय के स्वामित्व (Owns) और उस पर क्या बकाया है (Owes) इसकी एक झलक प्रदान करता हैं।

साथ ही इसके मालिकों (Owner) द्वारा निवेश की गई पूंजी को बतलाता है । बैलेंस शीट आपको किसी निश्चित समय में एक व्यवसाय की कीमत (Worth) बताता है, जिससे आप इसकी वित्तीय स्थिति (Financial Position) को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं।

Tally Prime Full Course In Hindi

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Tally Course from Beginners to Advance : Language: Hindi

Let me tell you आप किसी भी Stream के विद्यार्थी हो मतलब ARTS, COMMERECE, या SCIENCE टैली सॉफ्टवेयर आप सिख सकते है क्यूंकि ये बहुत आसान सॉफ्टवेयर है इसमें काम करना बहुत आसान है बस आपको, What is Accounting in Hindi? उसके रूल्स क्या होते है? उसके अंदर आनेवाले टर्म्स को समझ लेना है और इसको समझाने का मैंने किया है |

निचे कुछ वीडियोस आपको ब्लू कलर में नजर आएंगे जो की अनलॉक है आप इन ट्रायल वीडियोस के तौर पर देख सकते है, इससे आपको अंदजा आएगा की मै कैसे पढ़ा रहा हूँ, और फिर आप आपको वो वीडियोस पसंद आये तो कोर्स एनरोल कर सकते है |

Frequently Asked Questions | सामान्यतःपूछे जाने वाले प्रश्न

टैली क्या है?
टैली अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर है जिसे बिक्री, वित्त, निर्माण, खरीद और इन्वेंट्री जैसे आपके सभी व्यावसायिक कार्यों को स्वचालित और एकीकृत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

आसानी से टैली कैसे सीख सकते हैं?
आप हमारे नीचे दिए गए प्लेटफॉर्म से आसानी से टैली सीख सकते हैं:
यूट्यूब चैनल से सीखे: Tally Tutorial
ब्लॉग सीखे: https://learnmoreindia.in/category/tally-tips/
हमारा टैली कोर्स चेक करें: टैली प्राइम फुल कोर्स

टैली कोर्स क्या है?
टैली मूल रूप से एक कंप्यूटर सॉफ्टवेयर है जो छोटे और बड़े उद्योगों द्वारा लेखांकन उद्देश्यों के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है यह एक लेखा सॉफ्टवेयर है जहां सॉफ्टवेयर की सहायता से सभी बैंकिंग और लेखा परीक्षा, लेखा कार्य किए जाते हैं।
Tally Course from Beginners to Advance : Language: Hindi

टैली प्राइम और टैली ERP9.0 में क्या अंतर है?
टैली प्राइम और टैली ERP मे अंतर जानने के लिए हमारा यह यह विडिओ देखें।

टैली में गोल्डन रूल क्या है?
टैली मे गोल्डन रूल को सीखने के लिए हमारा यह 3 Golden Rules Of Accounting Explained In Hindi ब्लॉग पढे, जहां हमने पूरी डीटेल जानकारी दी है।

क्या टैली सीखना मुश्किल है?
नहीं, टैली सीखना कठिन नहीं है। यदि आप लेखांकन की मूल बातें जानते हैं तो यह एक साधारण लेखा सॉफ्टवेयर है। … जीएसटी के आने के बाद, टैली कुछ बदलावों के साथ विकसित हुआ है, इसलिए आपको उद्योग से संबंधित पाठ्यक्रम के साथ एक प्रतिष्ठित संस्थान से उन्नत तकनीकों को सीखने की जरूरत है। टैली को लोकप्रिय रूप से एक अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर के रूप में जाना जाता है।

टैली का आविष्कार किसने किया?
भारत गोयनका ने बिना किसी कोड के ‘द अकाउंटेंट’ नामक एक अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर विकसित किया। उन्होंने और उनके पिता ने मिलकर 1986 में Peutronics की शुरुआत की – 1988 से इसका नाम बदलकर Tally कर दिया गया। नवीनतम संस्करण Tally 9 है जो दुनिया का पहला समवर्ती बहुभाषी व्यापार लेखा और सूची सॉफ्टवेयर है।

टैली के फ्री नोट्स कहाँ से डाउनलोड कर सकते है?
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टैली के फ्री टेस्ट कहाँ दे सकते है?
यदि आप टैली के बारे मे अपना ज्ञान जाँचना चाहते है तो इस लिंक पे जाके क टैली के फ्री टेस्ट दे सकते है। https://learnmoreindia.in/category/online-test/tally-online-test/

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