आईये जानते है Computer Sound Card के बारे में | What is Sound card in Hindi?
अगर आप सोच रहे है की कंप्यूटर पे म्यूजिक इस वजह से सुन पा रहे हो की आपने कंप्यूटर को स्पीकर या हैडफ़ोन लगाया है इसीलिए, तो मै कहूंगा ये कही हद तक सच है पर कंप्यूटर में साउंड को याने Voice Output लेने के लिए एक Sound Card नाम के डिवाइस के जरुरत होती है, तो कंप्यूटर में कहाँ कनेक्ट होता है, और ये काम कैसे करता है आइये मै आपको डिटेल में बताता हूँ – What is Sound card in Hindi?
Sound Card जो है एक Component होता है जो की Computer के अंदर होता है। ये Sound Card Computer मैं Audio Input और Output Capabilities देता है। जितने भी Sound Card होते है वो जो है कम से कम एक Analog Line Input और एक Stereo Line Output Connection होता है। वैसे ये जो Connectors Typically 3.5 MM Mini Jacks होते है. जो की Headphone की Size के होते है। जो हम अपनी Life मैं इस्तेमाल करते है।
कुछ Sound Card Digital Input and Output इन दोनों को भी Support करते है. इसके लिए एक Standard TRS (Tip-Ring-Sleeve) Connection या फिर Via एक Optical Audio Port के करते है। जैसे की Toslink Connector.
अगर ऐसा देखा जाए तो अलग अलग Type के Sound Card मिलेंगे। वहीँ पर Type जो Produce करती है। एक Analog Output उनमें एक Digital To Analog (DAC) होना भी बोहत जरुरी है। ये Convert करती है, Outgoing Signal को Digital से Analog मैं ज्यादा तर Speaker System मैं Play किया जाता है।
Sound Card जो की Support करते है Analog Input उन्हें एक Analog To Digital Converter (ADC) की जरुरत होती है. ये Digitizes करती है. ये जो है Incoming Analog Signal को जिससे की Computer उन्हें Process कर सके।
एक चीज़ का आप ये ध्यान रखे अगर आप अपने Computer मैं ज्यादा Sound Audio Capabilities चाहिए तो Additional Input और Output Channels तब आपको अपने Computer मैं New Sound Card Install करना पड़ेगा। वैसे तो Professional Sound Card ज्यादातर Higher Rate जैसे की 44.1 KHz से लेकर 192 KHz को Support करते है. और इस मैं ज्यादातर Input और Output भी होते है।
अब मैं आपको बताउगा History of Sound Card?
पहले के ज़माने मैं Computer मैं Sound Card नहीं होते थे। पहले उन्हें ज्यादा Importance नहीं दी जाती थी। और उस की जगह पर Device मैं Basic Internal Speaker होते थे, जो की Square Wave Audio Produce करते थे।
आपको ये तो पता है जैसे जैसे Computer मैं बदलाव आते गए वैसे ही Computer मैं ज्यादा Complex होने लगे वैसे ही कंस्यूमर मार्किट मैं आने लगे १९८० मैं, तब जो लोग Manufacture होते थे, उन्होंने सोचा की Computer मैं Sound Card होना बोहत जरूरी है। वो भी Advance Application के साथ हमारे Entertainment के लिए।
और कुछ Companies ने इस Sound Card पर अपना काम भी शुरू कर दिया जैसे की IBM, Adlib, Creative LABS, जो की उस वक़्त नए नए Sound Card बना रहे थे। और इन्ही की वजह से हमें अपने Computer मैं Music, Voices, से सुविधा मिली।
और एक बात 1980s तक Market मैं ऐसे Computers आने लगे जिन मैं Built इन Sound Card होते थे। जब इन्हे बनाया गया था तो ये कुछ Application के साथ हे काम करते थे. जैसे की Music Composition, Speech Synthesis के लिए बनाये गए थे।
पर क्या आप ये जानते है Sound Card किसने बनाया था और ये कब आया था?
जिन्होंने ये Computer Sound Card बनाया था उनका नाम है Sherwin Gooch. और इन्होने ये 1972 मैं बनाया था। वैसे अगर ये देखा जाए तो Gooch Synthetic Woodwind को सबसे पहला Sound Card मन जाता है। और इससे PLOT Terminal की तरह इस्तेमाल किया जाता है। और ये एक Synthesizer था जो की Cable था 4 Voice Music Synthesis करने मैं।
और क्या आप जानते है Apple II Computers मैं भी Cable था और Plug in Sound Card कर इस्तेमाल किया जाता था। Apple Music Synthesizer ये वो पहला Plug in Sound Card था जिसे की Apple II मैं इस्तेमाल किया गया था। इसे ALF Products Inc. ने सन 1978 मैं बनाया था.
Adlib ये वो पहली Company थी जो की IBM के PC के Sound Card Manufacture करती थी। और Adlib Company ने सन 1987 मैं Music Synthesizer Card बनाया था।
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वैसे तो हमारे Computer मैं कुछ Audio Files होती है जो Code के रूप मैं Store की जाती है। ये जो Digital Information बड़ी हे Simple से Sound Wave-forms को Store कर सकती है। पर आप एक चीज़ का ये ध्यान रखे ये Sound बना (Create) नहीं सकती है। इस Analog Waves को Air मैं Spread होना पड़ेगा तब जा कर ये हमारे कानो मैं Impact कर सकती है।
और ये Sound Card Translate भी करती है। और Audio को Digital Code मैं Sound Waves मैं जैसे आपको जरुरति होती है। पर ऐसा करने के लिए Card का इस्तेमाल किया जाता है, DAC मतलब Digital to Analog Converter. पर इस Converter का काम होता है Translate को Audio File Code को Electrical Impulses मैं जो की Travel करती है.Via Sound Card मैं Connection आपके Speaker तक। और उसके बाद ये Speaker की Driver उन Electrical Impulse को बदल देते है। और Physical Sound Waves, और उसके बाद ये आपके कानो तक आती है. पर ये ध्यान रखे सभी Speakers Internal और External सब सही तरीके से Connected रहने चाहिए Sound Card से वार्ना ये ठीक तरीके से काम नहीं करेंगे।
अब हम बात करेंगे Voices और Channels मैं क्या फर्क है?
Sound Card मैं आपको दोनों मिलेंगे Voices और Channels. पर इनको समाजने मैं थोड़ी सी परेशानी होती है।
Voices का काम होता है अलग अलग बोहत सारे Independent Sounds जो की Different Sources से आते है और इन्हे Sound Card मैं उन्हें Manage किया जाता था Same Time मैं।
जब आप अपने Computer मैं को Song सुन रहे होते है तभी कोई भी Notification आने पर एक Ding की आवाज आती है यही है वो दो Voice का मामला।
और जो Manufactures होते है वो हमेशा Sound Card हो बोहत से Voices Provide करते है। और इसके इस्तेमाल के लिए दोनों Hardware और Software Source से क्यों के इस मैं बोहत से Primary कारन होते है। Sound Card के इस्तेमाल से Electronic Music भी पैदा की जा सकती है।
अगर ये ध्यान दे तो पहले के Sound Cards मैं 9 से 18 Voices होती थी। और वहीँ ये Serial Number जल्द हे बढ़ने लगे average Sound Card मैं 64 Voices है। और ये 32 Available होती है Software मैं और 32 Hardware मैं।
अब मैं आपको बताऊंगा Channels के बारे मैं की Channel क्या है?
कुछ लोग इस word Channels का इस्तेमाल करते है जो की Voices का भी Same Meaning है। वैसे तो Technically Channels का इस्तेमाल होना चाहिए Traditional Sens मैं जिकी वजह से बोहत ही Audio Output को Sound Card Handle कर सके।
और Stereo Sound की दो Channels होती है। 2.1 Stereo Allow करती है। और एक Sub-Woofer के लिए 5.1 Channels इस मैं होते है। और Surround Sound और 7.1 Provide करती है। और Best Surround Sound भी।