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Blogging kya hai? Jisse har mahine 40 hajar tak kama rahen hain blogger| ब्लॉगिंग क्या है?

Blogging kya hai: दोस्तों आजकल आप Blogging के बारे मे इंटरनेट पे जरूर कुछ न कुछ सुन रहे होंगे या पढ़ रहे होंगे, खासकर YouTube पे आपने कई ढेर सारे Youtubers को विडिओ मे उन्हे ये बोलते देखा होगा “मैंने blogging से 5 लाख कमाई की और मैं हर महीने ३० से ४० हजार तक कमा रहा हु।” और आप सोच रहे है कि क्या यह सब सच है और Blogging kya hai?

आज के इस पोस्ट मे मैं आपके Blogging के बारे मे पूर्ण जानकारी देने वाला हु (Complete Information about Blogging)। Blogging kya hai? Blogging kyun karna chahiye? Blogging ke fayade kya hai? Blogging ke kitni prakar hai?

Blogging kya hai? | ब्लॉगिंग क्या है?

Blogging Kya Hai (What is Blogging in Hindi): Blog एक प्रकार की ऑनलाइन वेबसाईट (online Website) होती है जो किसी विशिष्ट श्रेणी (Special Category) के बारे मे जानकारी प्रदान करती है। यह एक तरह का ऑनलाइन जर्नल (Online Journal) या सूचनात्मक वेबसाइट (Informative Website) होती है। जिसमे लेखक नए नए लेख (Post) लिखता है और किसी विशिष्ट विषय (Special Topic) मे जानकारी प्रदान करते है।

और जो लेख (Post) लेखक द्वारा Blogging Website पे लिखे जाते है वह कालानुक्रमिक क्रम में होती है, जिसमें नवीनतम पोस्ट (New Post) सबसे ऊपर दिखाई देते हैं। यह एक ऐसा मंच (Platform) है जहां लेखक या लेखकों (Author) का समूह किसी एक विषय पर अपने विचार (Thoughts) साझा करते है।

Blog शब्द को Web Log से बनाया गया है, जो एक तरह की ऑनलाइन जर्नल (Online Journal) होती है। जहां लेखक एक विशेषज्ञ (Expert) के तौर पे विशिष्ट श्रेणी और विषय (Special Category and Topic) पे अपने अनुभव और ज्ञान (Experience and Knowledge) साझा करते है। Blog मे लेखक अपनी सोच (Thought), राय (Opinion), समाचार (News)आदि पे अपनी जानकारी के अनुसार लेख (Post) लिखते है। Blogging मे लेख (Post) लिखने वाले लेखक (Author) को ब्लॉगर (Blogger) भी कहा जाता है।

Blogging ke kitne prakar hote hai | ब्लॉगिंग के प्रकार

ऊपर हमने यह जाना की Blogging kya hai अब हम Blogging के प्रकार को जानेंगे, जो नीचे बताए गए है।

  • Personal Blogging
  • Business Blogging
  • Niche Blogging
  • Affiliate Blogging

Personal Blogging | व्यक्तिगत ब्लॉगिंग

Personal Blogging kya hai: Personal Blogging यानि व्यक्तिगत ब्लॉगिंग एक तरह की ऑनलाइन डायरी या कमेंट्री (Online Diary or Commentry) है जो किसी व्यक्ति द्वारा लिखी जाती है। जहां पे व्यक्ति अपने बारे मे जानकारी (Information) प्रदान करते है और दैनिक जीवनशैली (Lifestyle) के बारे ले लेख लिखते है और लोगों के साथ ऑनलाइन साझा करते है।

उदाहरण के तौर पे जैसे कोई जिम ट्रैनर (Gym Trainer) या योगा टीचर (Yoga Teacher) या कोई अभिनेता (Actors) जिनके बारे मे लोग जानना चाहते है तो वे अपने Personal Blog के जरिए लोगों तक अपनी जीवन शैली के बारे मे जानकारी देते है।

Business Blogging | बिजनस ब्लॉगिंग

Business Blogging kya hai: Business Blogging खासकर के कम्पनियों द्वारा किया जाता है जहां पे कम्पनियाँ अपने ग्राहकों को कम्पनी से जुड़ी या किसी उत्पाद/सेवा से जुड़ी जानकारी (Product or Service Related Information) ब्लॉगिंग की मदत से लेख के रुप मे लोगों से साझा करते है।

उदाहरण के तौर पे जैसे कोई कार बनाने वाली कंपनी ने एक नई कार बनाई अब उस के कार के बेहतरीन फीचर को ब्लॉगिंग के माध्यम से लोगों को साझा कर सकते है।

Niche Blogging

Niche Blogging kya hai: ब्लॉगिंग में, एक Niche को आमतौर पर ब्लॉगर विशेषज्ञ (Expert) होता है किसी एक विशिष्ट क्षेत्र (Special Area) में (specific area in which a blogger is Expert) और उससे जुड़ी जानकारी ब्लॉग के रूप मे साझा करता है।

Niche Blogging, एक विशेष Niche विषय पे ब्लॉग बनाने के इरादे से किया जाता है। Niche Blog (जिसे आमतौर पर “Niche Website” भी कहा जाता है) “भौगोलिक क्षेत्रों (geographic areas), एक विशेष उद्योग (speciality industry), जातीय या आयु समूहों (age groups), या किसी अन्य विशेष विषय पे बनाया जाता है और ब्लॉगर उससे जुड़ी जानकारी लोगों को लेख के रुप मे साझा करता है।

उदाहरण के लिए, कोई व्यक्ति खाना बनाने मे माहिर है और वह अपने खाना बनाने के की विधि (Food Recipe) को लोगों के साथ फूड ब्लॉगिंग (Food Blogging) के माध्यम से साझा कर सकता है।

Affiliate Blogging | अफिलीएट ब्लॉगिंग

Affiliate Blogging kya hai: Affiliate Blogging मे लेखक एक विशेष लिंक का उपयोग करके दूसरे कंपनी के उत्पादों या सेवाओं का प्रचार करता है। जो अपने ब्लॉग को ट्रैफ़िक स्रोत के रूप में पहचानता है। जब कोई पाठक आपके लिंक पर क्लिक करता है या उस उत्पाद को आपके ब्लॉग के द्वारा खरीदता है, तो ब्लॉगर को उस उत्पाद पे एक कमीशन मिलता है।

उदाहरण के लिए, कोई आपने बहुत से Youtuber को देखा हो उनके description मे Affiliate लिंक साझा करते हुए। जैसे ही कोई पाठक उस लिंक पे क्लिक करके वह उत्पाद खरीदता है तो उसे Youtuber को कमिशन प्राप्त होता है। उसी ब्लॉगिंग मे ब्लॉगर अपनी वेबसाईट पे दूसरे कंपनी के उत्पाद की Affiliate लिंक साझा करते है जिससे कोई पाठक उस लिंक के जरिए यदि कोई उत्पाद खरिदता है तो ब्लॉगर को कमिशन प्राप्त होता है।

Blogging ko kaise shuru kare? | ब्लॉगिंग को कैसे शुरू करे?

अभी हमे Blogging kya hai और Blogging ke kitne prakar होते है यह सीखा। अब आप सोच रहे है Blogging की शुरुवात कैसे करे, तो मैं आपको नीचे कुछ जरूरी पॉइंट्स बताऊँगा जिससे आप यह समझ जाओगे कि Blogging ko kaise Shuru kar sakte hai?

1. Choose Topic | टॉपिक चुने

ब्लॉगिंग शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले अपना विषय चुनना होगा जिसपे आपको विशेष रूप की जानकारी है और आप उस विषय के विशेषज्ञ है।

जैसे मैं कंप्युटर टीचर हु और मुझे कंप्युटर के क्षेत्र के ज्यादातर सॉफ्टवेयर और ऐप्लकैशन की जानकारी है तो उन्ही जानकारी को विद्यार्थियों के साथ साझा करने के लिए मैंने यह ब्लॉगिंग वेबसाईट की शुरुआत की। जहां मैं कम्प्यूटर और उससे जुड़े सॉफ्टवेयर की जानकारी, टिप्स और ट्रिक्स साझा करता हु।

2. Domain | डोमेन

जैसा कि मैंने पहले ही कहा था ब्लॉगिंग एक तरह की वेबसाईट है और वेबसाईट बनाने के लिए सबसे पहले आपको Domain लेना होता है। ध्यान रहे की जो डोमेन आप अपने ब्लॉग के लिए ले रहे है वह कीवर्ड फ़्रेंडली, कैची हो जो लोगों के ध्यान पे बैठ जाए।

Domain Name क्या होता है?

वैसे बहुत सी वेबसाईट है तो Domain बेचती है जैसे GoDaddy, Google Domain, Hostinger आदि।

3. Hosting | होस्टिंग

अपनी ब्लॉगिंग वेबसाईट के लिए Domain लेने के बाद आपको Hosting लेना होता है। जहां पे आप अपनी वेबसाईट के Content, Images, Videos आदि को स्टोर करेंगे।

ज्यादातर Domain बेचने वाली वेबसाईट ही होस्टिंग भो बेचती है, जैसे GoDaddy, Google Domain, Hostinger आदि।

4. Blog Design / Theme | ब्लॉग डिजाइन

Domain और Hosting लेने के बाद आपको अपने ब्लॉग के लिए डिजाइन सेट करना होता है। जिसे आप अपने विषय के अनुसार सेट कर सकते है। आप अपने ब्लॉग के लिए फ्री या फिर कोई थीम खरीद भी सकते है। ब्लॉगिंग वेबसाईट मे मुख्य रूप से चार सेक्शन होते है जो निम्न मे बताए गए है:

Blogging Layout
  • Header: किसी भी वेबसाईट की तरह ब्लॉगिंग वेबसाईट मे सबसे ऊपर Header सेक्शन होता है। जिसमे Logo और Navigation के फील्ड होते है।
  • Sidebar: Sidebar ब्लॉगिंग वेबसाईट मे दाई ओर या फिर बाई ओर या दोनों ओर हो सकते है। Sidebar मे मुख्य रूप से Widgets होते है जिसमे, Social Media, किसी विशेष टॉपिक के ब्लॉग्स या फिर नवीनतम ब्लॉग की सूची होती है। और हो सकता है कि आपको वहाँ कुछ Ads भी सीखें।
  • Main Body : Main Body वह सेक्शन होता है, जहां हम किसी टॉपिक के बारे मे विस्तृत जानकारी साझा करते है जिसे Post के रूप मे लिखते है। जैसे यहाँ मैं आप लोगों के साथ ब्लॉगिंग से जुड़ी जानकारी साझा कर रहा हु।
  • Footer: ब्लॉगिंग के Footer Section मे Privacy Page, Contact Us, About Us Page, Copy Right आदि जैसी जानकारी होती है।

5. Write Blog | ब्लॉग लिखे

Domain, Hosting और ब्लॉग की डिजाइन सेट होने के बाद आपको अपना ब्लॉग लिखना होता है। आपने जिस केटेगरी को चुना है उससे जुड़े नए पोस्ट के रूप मे आप अपने विचार, कंटेन्ट, नई स्टोरी आदि लिखना शुरू कर सकते है।

6. Promote Blog | ब्लॉग प्रमोट करें

अब आपने ब्लॉग लिखना शुरू कर दिया है तो उसे साझा भी करना पड़ेगा तभी तो लोगों तक आपके कंटेन्ट और ब्लॉग की जानकारी पहुचेंगी। आप अपने ब्लॉग को Social Media (Facebook, Instagram, Youtube) से या फिर Back Link के जरिए अपने ब्लॉग को साझा कर सकते है।

Blogging website ke liye platform | ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म चुने

नीचे कुछ आपको फ्री ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म बताए गए जहां से आप फ्री मे ब्लॉगिंग की शुरुवात कर सकते है। जिनके बारे मे आपको विस्तृत जानकारी अलग से नए ब्लॉग मे प्राप्त बताया जाएगा।

Blogging kyun karni chahiye aur iske fayade | ब्लॉगिंग के फायदे

1. Online paise kama sakte hai

जी हाँ, ब्लॉगिंग के जरिए आप ऑनलाइन पैसे कमा सकते है। यदि आपकी ब्लॉगिंग वेबसाईट पे काफी अच्छा ट्राफिक आप ला प रहे है तो आप उसे Google Adsense से जोड़ कर ऑनलाइन कमाई कर सकते है। या फिर किसी कंपनी या Brand का प्रमोशन अपनी वेबसाईट पे करके भी आप ऑनलाइन कमा सकते है।

2. Aur adhik anubhav prapt kar sakte hai

जब ऑनलाइन ब्लॉगिंग के माध्यम से अपनी जानकारी या अपनी सोच लोगों के साथ साझा करते है तो आपको ऑनलाइन लोगों से उस ब्लॉग पे काफी फीडबैक प्राप्त होते है जिससे आप अपने काम को और भी बेहतर बना सकते है और इससे आपका अनुभव भी बढ़ता है।

3. Khud ko aur behtar bana sakte hai

जब आप ब्लॉगिंग करते है तो आप खुद को और बेहतर बनाने लगते है। आप चाहे कौन से भी फील्ड मे हो उस फील्ड मे और बेहतर बनाने की कोशिश करते है।

Post Vs Page: Blogging me Post aur page me kya antar hota hai

ब्लॉगिंग मे ज्यादातर लोग Post और Page को लेकर दुविधा मे रहते है। लेकिन अब आपको इस लेख के माध्यम से दोनों के बीच मे अंतर समझ मे आ जाएगा।

Page: ब्लॉगिंग मे जो Page मे कंटेन्ट या जानकारी होती है वो स्थिर (Static) होती है। जो बारबार नहीं बदलती जैसे Privacy Page, Contact us Page, About Us Page, Homepage आदि। और ऐसा नहीं है की Page की जानकारी को बदल नहीं सकते है, जरूरत होने पे आवश्यकतानुसार हम Pages मे भी बदलाव कर सकते है लेकिन बारबार Page मे जानकारी बदलने की जरूरत नहीं होती है।

Post: Post यानि लेख वह होते है जहां लेखक (Author) हर बार नया कंटेन्ट (Content) या जानकारी (Information) लोगों के साथ ऑनलाइन साझा करता है। जितनी बार लेखक नए टॉपिक पे लेख लिखेगा उतनी बार एक नया Post बनेगा। लेखक Post के माध्यम से ही लोगों को किसी विशेष विषय के बारे मे अपनी राय , सोच या नई जानकारी साझा करते है।

Conclusion

तो दोस्तों इस पोस्ट मे आपने सीखा Blogging kya hai? और इसे कैसे कर सकते है। यदि आपको लगता है आप भी एक्सपर्ट है किसी स्पेशल केटेगरी मे तो आप भी ब्लॉगिंग कर सकते है। लेकिन सिर्फ Blogging kya hai? जानकारी जानने से कोई भी ब्लॉगर नहीं बन सकता है। इसके लिए Blogging के विषय मे आपको बहुत सी जानकारी होनी चाहिए जैसे Blogging के लिए कौन सा मंच चुने कैसे ब्लॉग की डिजाइन बनाए? SEO क्या है और इसे कैसे सेट करे आदि।

तो हमने Blogging और Digital Marketing, और SEO के ऊपर नया सीरीज चालू किया है जिसमे आपको निरंतर आनेवाले समय मे नई नई जानकारी सीखने को मिलेंगी। यदि आप इच्छुक है Blogging और Digital Marketing के टॉपिक को सीखने मे तो हमारी इस वेबसाईट को सबस्क्राइब करले जिससे जैसे ही हम नई पोस्ट डालेंगे आपको इसका Notification प्राप्त हो जाएगा।

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