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Barcode की पुरी जानकारी हिंदी में। Complete information of Barcode in Hindi

आप मैं से कितनो को Barcode के बारे मैं पता है?

और अगर Barcode के बारे मैं पता है तो क्या पता है और कितना?

Barcode की पुरी जानकारी हिंदी में।

और जिनको पता है या नहीं पता है वो सभी हमारे साथ इस Post को पढ़ते रहे। तो फिर देर किस बात की चलिए फिर शुरू करते है।

अब आप सभी Shopping करने के लिए Mall जाते है या फिर कुछ सामान खरीदने के लिए दूकान मैं जाते है। और जब आपका खरीद कर हो जाता है तब आप Counter पर Bill Payment करने के लिए खड़े रहते है। तब आप ये देखते है जो Counter पर Bill देने और Paisa लेने के लिए खड़े होते है।

वो उस वक़्त जो भी आपने ख़रीदा है उस पर Amount ढूंढ़ते नहीं रहते है, अगर वो Amount कहाँ लिखा है ये ढूंढ़ते रहे तो बोहत Time  चला जाता है। और Line मैं और भी लोग जल्दी करने के लिए कहते है।

तो आपने बड़े बड़े Mall या फिर Shopping Centre मैं या फिर छोटे दूकान मैं एक Machine को देखा होगा। जो Bill Computer मैं बनाते  है उनके हाथ मैं  होते है, पर वो उन Machine के जरिए जो भी आपने ख़रीदा है उस पर अगर आपने ध्यान दिया होगा तो काले काले Lines बानी हुवी होती है।

पर आपको समाज मैं नही आता है ये काले काले Lines क्यों है और इससे क्या होता है। और जो Bill बनाने वालों के हाथ मैं Machine होती है, और उस Machine के जरिए Product के उप्पर जो काले काले Lines होती है उससे वो Scan करते है।

जिससे Automatically उस Product पर जितना भी Amount होता है वो Computer मैं उस Product की साड़ी Details आ जाती है। पर हम Confuse इस लिए रहते है। की ये कैसे हो रहा है की Machine से Scan किया और उसकी पूरी Details Computer मैं आ जाती है।

तो आज मैं आपको इस के बारे मैं बताने जा रहा हूँ ये Lines और Barcode क्या है?

और ये Lines कर Barcode कैसे काम करता है?

देखिये जब कभी भी आप कहीं पर भी कोई भी सामन खरीदते है तो उस पर आपको Black Color मैं Lines या फिर Black Color मैं हे Barcode दिखाई दिया होगा। अगर ऐसा देखा जाए तो जो Barcode होता है ये Actual मैं ये ये MRC है और MRC का Full Form होता है, Machine Readable Code है।

अगर ऐसा देखा जाए तो  Black Color के Lines के अंदर कुछ छुपा हुवा होता है। और उनके अंदर छुपे होते है Number और Lines के Format के रूप मैं होते है। और ये जो Lines मैं Main Point Parallel होते है। जो की Product मैं कहीं पर भी Print किए जाते है।

अगर ऐसा देखा जाए तो ये पीछे ही Product के पीछे ही Print किए जाते है। और अगर ऐसा देखा जाए तो Barcode System बोहत ही ज्यादा Business मैं इस्तेमाल किए जाते है। और Barcode की ही मदद से सभी Company अपने Product का बराबर से Track Record करती है।

और इनके इस्तेमाल से काम जल्दी जल्दी हो जाता है, और Time भी बचता है। और इनकी मदद से Price उस Product का कितान है और Stock Level  कितना है ये सब भी पता कर सकते है। और  Barcode के इस्तेमाल से Company अपने Computer या फिर Laptop या Mobile को Centralized System में कर अपने Productivity और Efficiency बड़ा भी सकते है।

और हम हमेशा जिन Lines को देखर परेशां (Confuse) रहते है जबकि वो सिर्फ एक Number और Data उस मैं Available रहते है। आपको मैं बाता दूँ जब पहले Market मैं ये Barcode पहली बार आए थे तब इस मैं सिर्फ एक ही Dimensional Design था।

जिस मैं सिर्फ और सिर्फ Black Lines ही होते थे। और Barcode की मदद से आसानी से पढ़ सकते है। पर आप सभी को ये तो पता है वक़्त के साथ साथ Technology मैं जैसे जैसे Update होने लगे वैसे ही इसके Pattern मैं भी बदलाव आने लगे।

अभी तो ऐसा हो गया है की ये अभी नए Shape और Size मैं भी Available है, और वैसे तो ये Mobile मैं Barcode Scanner  की मदद से आराम से हम पढ़ सकते है।

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अब तक हम ने इसको समझा की ये क्या है अब हम इसको और भी Details मैं समझते है। 

तो क्या आप तय्यार है. तो चलिए फिर आगेे बढ़ते है।

अब मैं आपको बताऊंगा History of  Barcode. Barcode का इतिहास क्या है।

अब तक मैं ने जो भी आपको बताया वो तो अब तक आप समज गए होंगे। अब इसका इतिहास जानते है। आज से 70 साल पहले इस चीज़ का आविष्कार हुवा था।

आप सभी को ये तो पता है की जैसे जैसे Technology Update होती गयी। वैसे ही इस मैं भी बदलाव आने लगे, हमारे Scientist नई नई Information ढूंढ़ते है और हम तक ये नई Information  पोहचते है। वैसे तो हमारे Scientist अभी भी इस Machine MRC (Machine Readable Code) पर काम कर रहे ताकि इससे हमें और भी Information मिल सके।

इस Barcode की कहानी वैसे देखा जाए तो इसका आविष्कार 1949 मैं समुन्दर के किनारे तट पर हुवा था। जब Joseph Woodland जो की एक Mechanical Engineer थे और उन्होंने ने अपनी पढाई Drexel University मैं सबसे पहले Parallel Lines को बनाया जो Morse Code से मिलता झूलता था।

उनके एक दोस्त थे Bernard Silver ने अपने दोस्त को एक सवाल का जवाब ढूंढ़ने के लिए कहा था। और Woodland उस वक़्त उस सवाल के बारे मैं सोच रहे थे। Bernard Silver ने कहीं पर ये सुना था की किसी दूकान के मालिक ने Drexel University के डीन को एक System Design करने को कहा था।

जिससे की वो अपने Grocery Checkout Automatically हो सके। इसी Problem का Solution ढूंढ़ते ढूंढ़ते उन्होंने साथ मिलकर सबसे पहले Barcode बनाया था। और इन्होने जो Barcode बनाया था तो उनके ही नाम पर सन 1952 मैं Patent करवाया था। और उन्होंने अपने इस Method को एक नाम दिया “Classifying Appratus and Method”  नाम रखा था।

और जैसे जैसे Technology मैं Update आता गया वैसे ही इस मैं भी Changes आने लगे। सभी लोगों ने इस अविष्कार को बोहत पसंद किया। और बोहत सारी Companies ने धीरे धीरे उस पर नाम भी किया। पर कुछ जगौं पर इससे कुछ ख़ास कामयाबी हासिल नहीं हुवी।

पर इस मैं सबसे बड़ा Change 1966 मैं (NASC) National Association of Food Chains ने इस Technology का इस्तेमाल Automated Checkout System मैं किया। और सन 1970 मैं NAFC ने इसका इस्तेमाल Super Market AD HOC Committee मैं Establish किया, Uniform Grocery Product Code के ऊपर किया।

और इन्होने Barcode को और भी ज्यादा Develop किया और इसके साथ 11 Digits Code को Standardized किया ताकि किसी भी Product की Identify की जा सके। और कड़ी म्हणत के बाद आखिर कार वो दिन आ ही गया जब पूरी दुनिआ को सबसे पहला Barcode Scan मिला। और ये पहली बार 26th June 1974 मैं पहला Barcode Scan किया गया Troy Ohio मैं।

और Technology जैसे जैसे Update होती गयी वैसे ही Barcode मैं बोहत सारे Changes आने लगे जिससे हमारा काम धीरे धीरे आसान होता गया। और हमर वक़्त भी बचने लगा।

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आशा है आपको इस ब्लॉग में Barcode की जानकारी मिली होगी और ऐसे ही ब्लॉग पड़ने के लिए निचे दिए गए लिंक्स पे क्लिक करे |
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