इन ब्लॉग में हम एक ऐसे व्यक्ति के बारे में जानेंगे जिसमे २५००० से ज्यादा अज्ञात और लावारिस मृत शवों का अंतिम संस्कार किया, उस व्यक्ति का नाम मोहम्मद शरीफ उर्फ़ चाचा शरीफ है।
मोहम्मद शरीफ, जिन्हे उनके लोकप्रिय नाम शरीफ चाचा से जाना जाता हैं, शरीफ चाचा भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के निवासी है, वे पेशे से एक साइकिल मैकेनिक और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उन्हें लगभग 20000 से अधिक अज्ञात और लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए जाना जाता है।
वे कभी भी धर्म के आधार पर किसी भी मृत शव का भेदभाव नहीं करते और मृत व्यक्ति की धार्मिक प्रथाओं के अनुसार उसका अंतिम संस्कार करते है।
शरीफ चाचा के बड़े बेटे मोहम्मद रईस खान की 1992 में सुल्तानपुर जाते समय हत्या कर दी गई थी। जिसके पश्चात इनके बेटे के मृत शव को लावारिस समझ कर सड़क पे ही छोड़ दिया गया था, जिसे वहां के आवारा जानवरों ने खा लिया था। इस घटना के बाद, शरीफ चाचा ने किसी भी अज्ञात और लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करना शुरू कर दिया।
Mohd Sharif Known as Chacha Sharif: A man who cremated more than 25000 unknown dead bodies

शरीफ चाचा लावारिस शवों के लिए पुलिस स्टेशनों, अस्पतालों, रेलवे स्टेशनों और मोर्चरी का दौरा करते रहते हैं। और यदि किसी मर्त शव को 72 घंटे तक किसी ने दावा नहीं किया तो पुलिस उस शव को शरीफ चाचा को सौंपा देती है।
शरीफ चाचा, हर लावारिस शव के धर्म के अनुसार उसका अंतिम संस्कार करते हैं। उन्होंने फैजाबाद और उसके आसपास २५००० से अधिक लावारिस शवों का अंतिम संस्कार किया है।
कई बार उन्हें आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन वे चंदा इकट्ठा करते है और चंदा इकट्ठा होने के बाद अंतिम संस्कार करने की प्रकिर्या को पूर्ण करते है।
शरीफ चाचा के सामाजिक कार्यों में योगदान देने के लिए २०२० में भारत सरकार द्वारा उन्हें भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया।